फोबिया, डर का अहसास खूबसुरती से : फिल्म रिव्यू ओफ फोबिया

Phobia Movie Review फोबिया, डर का अहसास खूबसुरती से : फिल्म रिव्यू ओफ फोबिया 

न ही तंत्र मंत्र, न भयानक चेहरे और न ही असंभव दृश्य, ये खूबसुरती है इस फिल्म की, इस फिल्म को हॉरर नहीं मनोवैज्ञानिक थ्रिलर कह सकते है।

डर कैसे महसूस होता है? डर की नींव है दिमाग, आँखें और ध्वनि (साउंड), फिल्मों में साउंड डर का मुख्य स्रोत होता है बाकी भावनाओ के लिए हाई साउंड का यूज़ किया जाता है। 

Phobia Movie Review फोबिया, डर का अहसास खूबसुरती से : फिल्म रिव्यू ओफ फोबिया


हॉरर मूवीज में म्यूजिक की मुख्य भूमिका रही है। फोबिया भी अच्छे और सटीक म्यूजिक से सजी मूवी है।

निर्देशक पवन कृपलानी ने बहुत थ्रिलर टाइप से इस फिल्म कि कहानी को सजाया है और उनका खूबसूरती से साथ दिया है म्यूजिक डायरेक्टर डेनियल बी जार्ज, एडिटर पूजा लाढा सुरती, जयकृष्णन गुम्मडी ( सिनेमैटोग्राफर ) ने ।

राधिका आप्टे एक बहुत सक्षम कलाकार हैं, हर फिल्म कि तरह इस फिल्म में भी उनका खूबसूरत अभिनय एक फिर बार देखने को मिला है।

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मुश्किल दर्शयों में भी उनकी पकड़ नहीं छूटती और चालू दृश्यों में वे हल्की नहीं पड़ती। 

एग्रोफोबिया मनोरोग की शिकार महक को राधिका आप्टे ने पूरे डर के साथ चित्रित किया है।

सत्यदीप मिश्रा अपने एरिया का अच्छा उपयोग करते हैं । यशस्विनी दायम और अंकुर विकल भी पड़ोसियों के रूप में अपने किरदार से न्याय करते है।

पवन कृपलानी ने मूवी की घटनाओं को बहुत खूबसूरती से सजाया है व राधिका आप्टे और सत्यदीप मिश्रा ने मिलकर पवन कृपलानी की सोच को बेस्ट तरीके से चित्रित किया है।

कहानी : फोबिया

राधिका आप्टे (महक) एक पेंटर है और बहुत हैप्पी है। एक रात एग्जीबिशन (प्रदर्शनी) से लौटते समय टैक्सी ड्राइवर उसे अकेला और थका देखकर नाजायज फायदा उठाने की कोशिश करता है वह उस घटना को भूल नहीं पाती और मनोरोग का शिकार हो जाती है। 

उसकी सिस्टर अनु और शान उसकी मदद की कोशिश करते है। मनोचिकत्सिक की सलाह पर उसके उपचार और सुरक्षा के लिए शान अपने दोस्त के खाली मकान में उसे शिफ्ट कर देता है। 

यहां उसे भ्रम होता है, उसे अजीब -अजीब आवाजें सुनाई पड़ती है और धुंदली आकृतियां और चलते-फिरते बॉडी पार्ट्स दिखाई पड़ते हैं। 

उसकी सेफ्टी के लिए घर में सी सी टीवी कैमरे लगाए जाते है । शान की माने तो घर में कुछ भी नहीं है । महक की माने उस घर में कोई साया है।

पवन कृपलानी ( निर्देशक ) ने इन दोनो के बीच दो पड़ोसी (यशस्विनी दायम और अंकुर विकल) किरदारों को रखा है। 

महक (राधिका आप्टे ) जिस फ्लैट में रहने आती है, उस फ्लैट में पहले जिया रहती थी, वह अचानक गायब हो गई है । 

राधिका आप्टे (महक) को शक है कि पड़ोसी ने उसकी हत्या कर दी है।

इस मूवी की सबसे बेस्ट चीज : न ही तंत्र मंत्र, न भयानक चेहरे और न ही असंभव दृश्य | 

प्रमुख कलाकार : राधिका आप्टे , सत्यादीप मिश्रा अंकुर विक़ाल
निर्देशक : पवन कृपलानी


स्टार रेटिंग : 3/5 
अवधि - 1 ऑवर 53
Phobia Movie Review - Team News Exchange


Phobia also known by its original title of Alone, is a 2013 horror film and movie directed by Rory Douglas Abel.

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