गोल्डन सैंड मास्टर अवार्ड: सुदर्शन पटनायक ने रूस में रचा इतिहास!
प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने रूस में आयोजित अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में शुक्रवार को गोल्डन सैंड मास्टर पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया।
यह पुरस्कार न केवल उनके कला कौशल का प्रमाण है, बल्कि उनके अद्वितीय दृष्टिकोण और समर्पण का भी प्रतीक है।
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गोल्डन सैंड मास्टर अवार्ड में 21 कलाकारों ने लिया भाग
इंटरनेशनल सैंड स्क्ल्पचर चैंपियनशिप का आयोजन 4 से 12 जुलाई तक सेंट पीटर्सबर्ग में किया गया था।
इसमें दुनिया के विभिन्न कोनों से आए 21 कलाकारों ने भाग लिया।
इस कठिन प्रतियोगिता में अपनी कला का लोहा मनवाते हुए, सुदर्शन पटनायक ने अपनी उत्कृष्ट सैंड आर्ट के माध्यम से निर्णायकों का दिल जीत लिया।
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अद्वितीय कृति: रथ और भगवान जगन्नाथ
सुदर्शन पटनायक ने 12 फुट ऊंची एक भव्य मूर्ति बनाई थी, जिसमें एक रथ और भगवान जगन्नाथ को उनके भक्त बलराम दास के साथ दर्शाया गया था।
बलराम दास 14वीं सदी के प्रसिद्ध ओडिया कवि थे, जिनकी रचनाएं आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं।
इस मूर्ति ने न केवल उनकी कला का स्तर दिखाया, बल्कि भारतीय संस्कृति और इतिहास को भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर उजागर किया।
इस बीच, मास्को स्थित भारतीय दूतावास ने पटनायक को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।
भारतीय दूतावास ने उनके इस जीत को भारतीय कला और संस्कृति के लिए गर्व का विषय बताया।
पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित पटनायक ने दुनिया भर में 65 से अधिक अंतरराष्ट्रीय सैंड आर्ट चैंपियनशिप में हिस्सा लिया है और अपनी अद्वितीय कला से सभी को प्रभावित किया है।
सामाजिक संदेश और कला
सुदर्शन पटनायक न केवल एक महान कलाकार हैं, बल्कि वे अपनी कला के माध्यम से सामाजिक संदेश भी देने का प्रयास करते हैं।
उनकी कला में सामाजिक मुद्दों, पर्यावरण संरक्षण और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान आकर्षित किया जाता है।
पटनायक की यह उपलब्धि केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों का फल नहीं है, बल्कि यह भारतीय सैंड आर्ट के लिए भी एक बड़ा सम्मान है।
निष्कर्ष
सुदर्शन पटनायक की यह जीत न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि भारतीय कला और संस्कृति के लिए भी गर्व का विषय है।
उनकी अद्वितीय सैंड आर्ट और उसके माध्यम से दिए गए सामाजिक संदेश हमें यह याद दिलाते हैं कि कला केवल सौंदर्य का माध्यम नहीं है, बल्कि यह समाज के सुधार और जागरूकता का भी एक महत्वपूर्ण साधन है।
गोल्डन सैंड मास्टर अवार्ड जीतकर सुदर्शन पटनायक ने साबित कर दिया है कि सच्ची कला सीमाओं से परे होती है और इसका प्रभाव वैश्विक होता है।
Article By News Exchange Team
गोल्डन सैंड मास्टर अवार्ड: सुदर्शन पटनायक ने रूस में रचा इतिहास!