इमली का चटपटा जूस सेहत के लिए बहुत फायदेमंद - इमली आप सब ने जरूर खाई होगी, मगर क्या आपने कभी इमली का जूस पिया है? खट्टी-मीठी इमली के जूस का स्वाद चटपटा होता है, इसलिए ये लोगों को काफी पसंद आता है।
इसके अलावा इमली का जूस पीने के ढेर सारे स्वास्थ्य लाभ भी हैं, जिनके कारण बहुत सारे लोग इसे रोजाना पीते हैं। आमतौर पर उत्तर भारत में मिलने वाले गोलगप्पे का पानी बनाने में इमली का प्रयोग किया जाता है। अगर आप रोजाना एक ग्लास इमली का जूस पिएं, तो आपके शरीर को कई फायदे मिलते हैं।
ये सभी विटामिन हमारे द्वारा किये गए भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करके विभिन्न अंगो तक सुचारू रूप से पहुँचाने के लिए आवश्यक होते है।
इनके अलावा ईमली विटामिन A , विटामिन C , आयरन , फास्फोरस , कैल्शियम , मैगनीज , जिंक का अच्छा स्रोत होती है। इसमें ताकतवर एंटी ऑक्सीडेंट तथा एंटी इंफ्लेमटरी तत्व होते है।
इमली में टार्टरिक एसिड होने के कारण इसका स्वाद चटपटा खट्टा होता है। जैसे नींबू में सिट्रिक एसिड के कारण खट्टा स्वाद होता है। टार्टरिक एसिड एक ताकतवर एन्टीऑक्ससिडेंट के रूप में काम करता है।
इससे फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान से बचाव होता है। इसके अलावा इमली में कई प्रकार के फीटो केमिकल्स होते है जो शरीर के लिए लाभदायक होते है।
आयुर्वेद के अनुसार ईमली भूख बढ़ाने वाली , वायुनाशक , कफनाशक तथा कृमिनाशक होती है। कच्ची हरी इमली नहीं खानी क्योकि यह पित्त विकार , कफ विकार और रक्त विकार पैदा कर सकती है।
पकी हुई इमली का पानी ह्रदय की जलन , पित्त ज्वर , उल्टी , पीलिया आदि में लाभदायक होता है।
अगर आप अपच, पेट के भारीपन, कब्ज या पेट में ऐंठन जैसी समस्या से अक्सर परेशान रहते हैं, तो आपके लिए इमली का जूस बहुत फायदेमंद हो सकता है।
इसके अलावा जिन लोगों को पेट से जुड़ी कोई समस्या नहीं है, अगर वो भी दिन में खाना खाने के 40-50 मिनट बाद एक ग्लास इमली का जूस पी लेते हैं, तो उनका खाना अच्छी तरह पचता है और पेट साफ रहता है।
इसलिए रोजाना इमली का जूस पीने से आप दिल की बीमारियों से बच सकते हैं। कोलेस्ट्रॉल के कारण दिल की तमाम जानलेवा बीमारियों का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।
अगर आपको डायबिटीज नहीं भी है, तो रोजाना इमली का जूस से आप भविष्य में इस बीमारी के होने के खतरों से बचे रहते हैं। इमली में कुछ ऐसे एक्टिव इंग्रीडिएंट्स होते हैं, जो शरीर में ग्लूकोज को रेगुलेट करते हैं और इंसुलिन की मात्रा को सही रखते हैं।
कई सारी रिसर्च में इस बात का पता चला है कि रोजाना इमली का जूस पीने से आपके शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी कम होती है और आपका शरीर ज्यादा हेल्दी और फिट होता है।
इसका कारण ये है कि इमली में पॉलीफेनॉल्स और फ्लैवोनॉइड्स होते हैं। इसके अलावा इसमें हाइड्रॉक्सीसाइट्रिक एसिड भी अच्छी मात्रा में होता है, जो मेटाबॉलिज्म को बेहतर करता है।
आपका मेटाबॉलिज्म जितना अच्छा होगा, आपका शरीर उतना ज्यादा फैट बर्न करेगा।
इमली के जूस में मौजूद विटामिन बी और विटामिन सी त्वचा की चमक बढ़ाते हैं और कई तरह के स्किन इंफेक्शन से बचाते हैं।
ईमली से मिलने वाले विटामिन B समूह विशेषकर थायमिन जो कि इमली में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है चुस्ती फुर्ती बढ़ाता है तथा मांसपेशियों को कंट्रोल करने की शक्ति में बढ़ोतरी करता है।
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* इमलि एलर्जी का कारण हो सकती है अतः यदि इमलि के कारण एलर्जी होती हो तो इसे उपयोग में नहीं लेना चाहिए।
* इमलि का अधिक सेवन त्वचा के लिए नुकसान देह हो सकता है। यह गुणसूत्रों तथा महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है। अतः ज्यादा मात्रा में इमलि का सेवन नहीं करना चाहिए।
* यदि शरीर से किसी का रक्तस्राव हो तो इमली का उपयोग नहीं करना चाहिए।
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इसके अलावा इमली का जूस पीने के ढेर सारे स्वास्थ्य लाभ भी हैं, जिनके कारण बहुत सारे लोग इसे रोजाना पीते हैं। आमतौर पर उत्तर भारत में मिलने वाले गोलगप्पे का पानी बनाने में इमली का प्रयोग किया जाता है। अगर आप रोजाना एक ग्लास इमली का जूस पिएं, तो आपके शरीर को कई फायदे मिलते हैं।
इमली के पोषक तत्व :
इमली में बहुत से पोषक तत्व होते है। यह विटामिन और खनिज से भरपूर होती है। इमली में विटामिन बी समूह के कई विटामिन जैसे थायमिन , रिबोफ्लेविन , नियासिन , पायरीडॉक्सीन तथा फोलिक एसिड आदि प्रचुरता में मिलते है।ये सभी विटामिन हमारे द्वारा किये गए भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करके विभिन्न अंगो तक सुचारू रूप से पहुँचाने के लिए आवश्यक होते है।
इनके अलावा ईमली विटामिन A , विटामिन C , आयरन , फास्फोरस , कैल्शियम , मैगनीज , जिंक का अच्छा स्रोत होती है। इसमें ताकतवर एंटी ऑक्सीडेंट तथा एंटी इंफ्लेमटरी तत्व होते है।
इमली में टार्टरिक एसिड होने के कारण इसका स्वाद चटपटा खट्टा होता है। जैसे नींबू में सिट्रिक एसिड के कारण खट्टा स्वाद होता है। टार्टरिक एसिड एक ताकतवर एन्टीऑक्ससिडेंट के रूप में काम करता है।
इससे फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान से बचाव होता है। इसके अलावा इमली में कई प्रकार के फीटो केमिकल्स होते है जो शरीर के लिए लाभदायक होते है।
आयुर्वेद के अनुसार ईमली भूख बढ़ाने वाली , वायुनाशक , कफनाशक तथा कृमिनाशक होती है। कच्ची हरी इमली नहीं खानी क्योकि यह पित्त विकार , कफ विकार और रक्त विकार पैदा कर सकती है।
पकी हुई इमली का पानी ह्रदय की जलन , पित्त ज्वर , उल्टी , पीलिया आदि में लाभदायक होता है।
पेट और पाचन को स्वस्थ रखता है :
इमली खट्टा फल है, इसलिए इसमें डाईयुरेटिक गुण होते हैं। यही कारण है कि इमली का जूस पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है।अगर आप अपच, पेट के भारीपन, कब्ज या पेट में ऐंठन जैसी समस्या से अक्सर परेशान रहते हैं, तो आपके लिए इमली का जूस बहुत फायदेमंद हो सकता है।
दिल के लिए बहुत फायदेमंद है :
इमली के जूस में कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करते हैं और धमनियों में जमा प्लाक को साफ करते हैं।इसलिए रोजाना इमली का जूस पीने से आप दिल की बीमारियों से बच सकते हैं। कोलेस्ट्रॉल के कारण दिल की तमाम जानलेवा बीमारियों का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।
डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद है :
अगर आपको डायबिटीज है, तो आपके लिए इमली का जूस पीना बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसका कारण ये है कि इमली के जूस में मौजूद मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स ब्लड शुगर लेवल को कम करते हैं और डायिबटीज को कंट्रोल में रखते हैं।अगर आपको डायबिटीज नहीं भी है, तो रोजाना इमली का जूस से आप भविष्य में इस बीमारी के होने के खतरों से बचे रहते हैं। इमली में कुछ ऐसे एक्टिव इंग्रीडिएंट्स होते हैं, जो शरीर में ग्लूकोज को रेगुलेट करते हैं और इंसुलिन की मात्रा को सही रखते हैं।
वजन घटाने में मददगार है :
अगर आप सुरक्षित तरीके से अपना वजन घटाना चाहते हैं या दिन भर में ली गई एक्स्ट्रा कैलोरीज को फैट के रूप में जमा नहीं होने देना चाहते हैं, तो आपको रोजाना इमली का जूस पीना चाहिए।कई सारी रिसर्च में इस बात का पता चला है कि रोजाना इमली का जूस पीने से आपके शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी कम होती है और आपका शरीर ज्यादा हेल्दी और फिट होता है।
इसका कारण ये है कि इमली में पॉलीफेनॉल्स और फ्लैवोनॉइड्स होते हैं। इसके अलावा इसमें हाइड्रॉक्सीसाइट्रिक एसिड भी अच्छी मात्रा में होता है, जो मेटाबॉलिज्म को बेहतर करता है।
आपका मेटाबॉलिज्म जितना अच्छा होगा, आपका शरीर उतना ज्यादा फैट बर्न करेगा।
त्वचा रहेगी लंबी उम्र तक जवान और खूबसूरत :
इमली के जूस में विटामिन सी की मात्रा अच्छी होती है। विटामिन सी एक ऐसा एंटीऑक्सीडेंट है, जो त्वचा को एजिंग से बचाता है, यानी इस जूस को पीने से आपकी त्वचा लंबी उम्र तक स्वस्थ और जवान बनी रहेगी।इमली के जूस में मौजूद विटामिन बी और विटामिन सी त्वचा की चमक बढ़ाते हैं और कई तरह के स्किन इंफेक्शन से बचाते हैं।
खून की कमी :
इमली में प्रचुर मात्रा में आयरन होता है। इमली के उपयोग से खून की कमी दूर हो सकती है। खून की कमी के कारण कई प्रकार की समस्या पैदा होने लगती है। जैसे कमजोरी , थकान , सिरदर्द , त्वचा रोग , आदि।
इमली द्वारा मिलने वाले लोह तत्व के कारण शरीर के सभी अंगों तक रक्त पहुँचने में मदद मिलती है। इससे शरीर स्वस्थ रहता है।
नर्वस सिस्टम :
किसी भी कार्यविधि के लिए नर्वस सिस्टम का मजबूत होना आवश्यक होता है।ईमली से मिलने वाले विटामिन B समूह विशेषकर थायमिन जो कि इमली में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है चुस्ती फुर्ती बढ़ाता है तथा मांसपेशियों को कंट्रोल करने की शक्ति में बढ़ोतरी करता है।
Also Read This :
घर पर ही पाएं पॉर्लर जैसा निखार तैयार करें नैचुरल फेस मास्क
झुर्रियों को इन आसान तरीके से करें दूर
ध्यान दे :
* इमली का अधिक मात्रा में उपयोग हानिकारक हो सकता है।* इमलि एलर्जी का कारण हो सकती है अतः यदि इमलि के कारण एलर्जी होती हो तो इसे उपयोग में नहीं लेना चाहिए।
* इमलि का अधिक सेवन त्वचा के लिए नुकसान देह हो सकता है। यह गुणसूत्रों तथा महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है। अतः ज्यादा मात्रा में इमलि का सेवन नहीं करना चाहिए।
* यदि शरीर से किसी का रक्तस्राव हो तो इमली का उपयोग नहीं करना चाहिए।
* इमलि रक्त में ग्लूकोज की मात्रा कम कर सकती है। अतः डायबिटीज की दवा ले रहे हों तो इमली का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए। साथ ही रक्त में ग्लूकोज की मात्रा लगातार चेक करते रहना चाहिए।
* किसी भी प्रकार के ऑपरेशन से पहले या बाद में इमलि का उपयोग नहीं करना चाहिए। रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को प्रभवित करने के कारण किसी भी आपरेशन के दो सप्ताह पहले से इमली का उपयोग बंद कर देना चाहिए।
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