दांतों की झनझनाहट का क्या कारण - आप सभी ने सुना होगा दांतों में अजीब सा दर्द होता हुए और ये अजीब सा दर्द गर्म,ठण्डा खाने से होता है तो इस अजीब से दर्द को झनझनाहट कहते है।
और ये झनझनाहट की समस्या 8 इंसानो में से 2 इंसानो को ये समस्या होती है यदि कुछ भी ठंडा या गर्म खाने से हमारे दातो में या मसूड़ों में तजि से झनझनाहट या दर्द होता है तो इस इग्नोर ना करे इस झनझनाहट को बढ़ावा न दें।
कभी कुछ गर्म या ठंडा चीजे कहते ही अचानक दांतों में तेज दर्द या झनझनाहट होने लगती है। और यह झनझनाहट किसी एक दांत में भी हो सकती है और सभी दांतों में भी।
कभी-कभी ये समस्या मुंह में हवा खींचने पर भी हो सकती है। ऐसा समस्या के ज्यादा गंभीर होने पर होता है।
क्राउन में सबसे अंदर पल्प नाम का भाग होता है, जिसमें रक्त और तंत्रिका संचार होता है।
इसकी बाहरी परत डेंटिन होती है, जो काफी सेंसिटिव होती है और सबसे बाहरी सुरक्षा परत को इनेमल कहते हैं, जो अंदरूनी सेंसिटिव डेंटिन की सुरक्षा करती है।
अगर यह इनेमल झड़ने या कम होने लगता है, तो डेंटिन की परत ऊपर आ जाती है, जिससे झनझनाहट होने लगती है। इसी तरह मसूड़ों के ढीले पड़ने या घिसने पर मसूड़ों के जड़ की सबसे बाहरी परत भी संपर्क में आने लगती है, जिससे झनझनाहट होने लगती है।
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इमली का चटपटा जूस सेहत के लिए बहुत फायदेमंद
मसूड़े दांतों की जड़ की तरफ से खुलने लगते हैं, जिसे हम दन्त विज्ञान की भाषा में जिंजाईवल रिसेशन कहते हैं।
* दांतों को आपस में बहुत किटकिटाना या रगड़ना।
* दांतों में पायरिया होना। इससे दांत खराब हो जाते हैं
* दांतों में फ्रैक्चर या दांतों में कीड़ा लगना
* ज्यादा एसिडिक खाना खाना या कोल्डड्रिंक पीना, दांतों की बाहरी परत को नुकसान पहुंचाता है।
* बहुत एसिडिटी होने पर मुंह में पेट का एसिड आने लगता है, जो इनेमल को गलाने लगता है। इससे भी झनझनाहट की समस्या होने लगती है।
* शुरुआती उपचार में मेडिकेटेड पेस्ट और एल्कोहल फ्री सेंसिटिव माउथवॉश आदि के उपयोग की सलाह दी जाती है। व्यक्ति को मुलायम व हल्के बालों वाले ब्रश से पेस्ट करने को कहा जाता है।
* दांतों में ये ब्रश ऊपर से नीचे की ओर चलाना चाहिए। बहुत रगड़ना नहीं चाहिए।
* समस्या अगर हो रही है तो कुछ समय जूस, कोला ड्रिंक्स, रेड वाइन, सिरका, आइसक्रीम, चाय और सिट्रिक फल जैसे नींबू, टमाटर, सलाद व अचार कम खाएं।
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और ये झनझनाहट की समस्या 8 इंसानो में से 2 इंसानो को ये समस्या होती है यदि कुछ भी ठंडा या गर्म खाने से हमारे दातो में या मसूड़ों में तजि से झनझनाहट या दर्द होता है तो इस इग्नोर ना करे इस झनझनाहट को बढ़ावा न दें।
कभी कुछ गर्म या ठंडा चीजे कहते ही अचानक दांतों में तेज दर्द या झनझनाहट होने लगती है। और यह झनझनाहट किसी एक दांत में भी हो सकती है और सभी दांतों में भी।
कभी-कभी ये समस्या मुंह में हवा खींचने पर भी हो सकती है। ऐसा समस्या के ज्यादा गंभीर होने पर होता है।
क्यो होती है झनझनाहट
डेंटल सर्जन एंड इम्प्लांटोलॉजिस्ट एवं इंडियन डेंटल एसोसिएशन के प्रवक्ता डॉ. अवधेश तिवारी बताते हैं, ‘दांत का वो भाग, जो मुंह के अंदर दिखाई देता है, उसे हम क्राउन कहते हैं और जो भाग मसूड़े के अंदर होने की वजह से दिखाई नहीं देता उसे हम रूट या जड़ कहते हैं।क्राउन में सबसे अंदर पल्प नाम का भाग होता है, जिसमें रक्त और तंत्रिका संचार होता है।
इसकी बाहरी परत डेंटिन होती है, जो काफी सेंसिटिव होती है और सबसे बाहरी सुरक्षा परत को इनेमल कहते हैं, जो अंदरूनी सेंसिटिव डेंटिन की सुरक्षा करती है।
अगर यह इनेमल झड़ने या कम होने लगता है, तो डेंटिन की परत ऊपर आ जाती है, जिससे झनझनाहट होने लगती है। इसी तरह मसूड़ों के ढीले पड़ने या घिसने पर मसूड़ों के जड़ की सबसे बाहरी परत भी संपर्क में आने लगती है, जिससे झनझनाहट होने लगती है।
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दर्द सहने की क्षमता को बढ़ा देती है भांग
इमली का चटपटा जूस सेहत के लिए बहुत फायदेमंद
ये भी हैं कारण
यह भ्रांति है कि ज्यादा ब्रश करने या ज्यादा रगड़ कर ब्रश करने से दांत सफेद होंगे। सच यह है कि दांतों को बहुत रगड़ने से इनेमल झड़ने लगता है।मसूड़े दांतों की जड़ की तरफ से खुलने लगते हैं, जिसे हम दन्त विज्ञान की भाषा में जिंजाईवल रिसेशन कहते हैं।
ऐसे में ज्यादा सख्त बाल वाले ब्रश या बहुत ज्यादा पेस्ट लगाकर दांतों को देर तक रगड़ते रहने से दांतों पर दोहरी मार पड़ती है। इससे दांतों में झनझनाहट होने लगती है।
* दांतों को आपस में बहुत किटकिटाना या रगड़ना।
* दांतों में पायरिया होना। इससे दांत खराब हो जाते हैं
* दांतों में फ्रैक्चर या दांतों में कीड़ा लगना
* ज्यादा एसिडिक खाना खाना या कोल्डड्रिंक पीना, दांतों की बाहरी परत को नुकसान पहुंचाता है।
* बहुत एसिडिटी होने पर मुंह में पेट का एसिड आने लगता है, जो इनेमल को गलाने लगता है। इससे भी झनझनाहट की समस्या होने लगती है।
ये हैं उपचार
* किसी अच्छे दंत रोग विशेषज्ञ से मिल कर सही कारण जानें।* शुरुआती उपचार में मेडिकेटेड पेस्ट और एल्कोहल फ्री सेंसिटिव माउथवॉश आदि के उपयोग की सलाह दी जाती है। व्यक्ति को मुलायम व हल्के बालों वाले ब्रश से पेस्ट करने को कहा जाता है।
* दांतों में ये ब्रश ऊपर से नीचे की ओर चलाना चाहिए। बहुत रगड़ना नहीं चाहिए।
* समस्या अगर हो रही है तो कुछ समय जूस, कोला ड्रिंक्स, रेड वाइन, सिरका, आइसक्रीम, चाय और सिट्रिक फल जैसे नींबू, टमाटर, सलाद व अचार कम खाएं।
* दांतों की हर रोज सफाई करें। दिन में एक बार फ्लॉसिंग करें। फ्लोराइड युक्त पेस्ट इस्तेमाल करें।
* घरेलू उपचार जैसे एक चम्मच सरसों के तेल में 1 छोटा चम्मच सेंधा नमक मिला दांतों में मालिश करके कुल्ला करना या फिर गर्म पानी में 2 चम्मच नमक मिलाकर कुल्ला करते रहने से भी झनझनाहट में आराम मिलता है।
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