ऐसा गांव जहाँ सिर मुंडवाकर रखती है लड़कियां, क्यों - विवाह से जुड़ी कई अजीबोगरीब प्रथाओं के बारे में तो आपने सुना ही होगा। सुखी वैवाहिक जीवन की चाह के लिए सिर्फ भारत में ही नही बल्कि अन्य देशों में भी लोग कुछ विचित्र प्रथाओं का अनुसरण करते हैं।
लड़कियों के लिए उनके बाल उनका गहना होता है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि एक देश ऐसा भी हैं, जहां शादी से पहले लड़कियां बाल नहीं रखती हैं।
हम बात कर रहे हैं साउथ अफ्रीका के ईथोपिया और सोमालिया के बीचोबीच बसी बस्ती में रहने वाले बोराना जनजाति के बारे में।
कुछ ऐसा ही होता है साउथ अफ्रीका के ईथेपिया और सोमालिया के बीचों बीच बसी बस्ती में। यहां बोराना
जनजाति की युवतियां अच्छे वर को पाने के लिए विवाह से पहले अपने सिर का एक बड़ा सा हिस्सा मुंडवा लेती हैं।
ऐसा करने के पीछे उनका मानना है कि उन्हें मन मुताबिक वर मिलेगा और उनकी शादी भी जल्दी होगी। और उनका वैवाहिक जीवन भी अच्छा रहेगा।
इस जनजाति के लोगों का मानना है कि इस तरह सिर मुंडवाने से लडकियों को अच्छा वर मिलता हैं। इस समुदाय की लड़कियों को उनकी शादी के बाद ही ठीक से बाल बढ़ाने और उसे संवारने का मौका दिया जाता है।
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एक ऐसा देश जहाँ मुर्दों के साथ भी शादी कर सकते है।
अपने बालों को अच्छी स्थिति में बनाए रखने के लिए जनजाति की महिलाएं घी का इस्तेमाल करती हैं। बहुत सारी चोटियां बनाती हैं। विवाह से पहले लड़कियों के सिर के बीचों बीच हिस्सों के बाल काट दिए जाते हैं और वे इन बालों को तभी बढ़ा सकती हैं जबकि उनका विवाह हो जाता है।
लेकिन बोराना घरों को बनाने और इनकी साफ-सफाई और आकर्षक बनाने की जिम्मेदारी महिलाओं पर होती है। बोराना महिलाएं बकरी की खालों से बनी परम्परागत ड्रेस को पहनती है और जब इनका परम्परागत नाच होता है तो समझा जाता है कि किसी के घर बच्चा पैदा हुआ है।
इस जनजाति के ज्यादातर नियम बच्चों को लेकर होते हैं और अपनों से बड़े लोगों को कभी उनके प्रथम नाम से नहीं बुलाते हैं।
इतना ही नहीं शादी से पहले यहां की लड़कियों को फोटो खींचवाने तक की आजादी नहीं दी जाती है। इन लोगों का मानना हैं कि ऐसा करने से शरीर में खून की कमी हो जाती है।
बेटियों को बड़ा करने की जिम्मेदारी मां की होती है और पुरुष अपने लिए पत्नी पसंद करने आता है तो वह लड़की को उसकी मां के आधार पर चुनता है। समाज की बूढ़ी महिलाओं को विशेष सम्मान प्राप्त होता है
वहीं दूसरी तरफ समाज में तेजी से आ रहे बदलाव के साथ ही इन लोगों में भी बदलाव आ रहा है और अब यह लोग पढाई-लिखाई की तरफ बढ रहें हैं लेकिन फिर भी इस जनजाति की मान्यताएं किसी को भी चौकाने के लिए काफी है।
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इतना ही नहीं शादी से पहले यहां की लड़कियों को फोटो खींचवाने तक की आजादी नहीं दी जाती है। इन लोगों का मानना हैं कि ऐसा करने से शरीर में खून की कमी हो जाती है।
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